गेस्ट्रोइंटेराइटिस एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है, जो पाचन तंत्र में इंफेक्शन और सूजन से पैदा होती है। पेट से संबंधित यह समस्या ज्यादा लंबे वक्त के लिए नहीं होती, लेकिन समय पर इलाज न हो तो यह बढ़ सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी दूषित भोजन पानी जीवाणु वायरल आदि कारणों के चलते होती है।
गेस्ट्रोइंटेराइटिस क्या होता है?What is Gastroenteritis?
खराब दिनचर्या और अनुचित खानापन के चलते गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या होती है। इस स्थिति में पेट और छोटी आंत में सूजन हो जाती है। इस बीमारी को स्टमक फ्लू भी कहा जाता है। गैस्ट्रोएन्टराइटिस से पीड़ित व्यक्ति को दिनभर में 3 से अधिक बार दस्त होती है। इसके लक्षण दिखने पर डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।
गेस्ट्रोइंटेराइटिस के कारण
इसे पैदा करने वाले वायरस, बैक्टीरिया, बैक्टीरियल जहर, परजीवी, विशेष केमिकल और कुछ दवाएं शामिल हैं। संक्रमित फल, खाद्य पदार्थ के साथ-साथ दूषित पानी भी इस बीमारी के फैलने का दूसरा अहम कारण है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और अपेक्षाकृत स्वच्छता का अभाव, बच्चों को आसानी से इस बीमारी का शिकार बना सकता है।
गेस्ट्रोइंटेराइटिस के लक्षण
- कब्ज या दस्त
- भूख न लगना
- वजन में कमी
- पेट में सुजन
- चककर आना
- पेट में ऐंठन
- त्वचा में हल्की जलन
- अत्यधिक पसीना
- पाचन तंत्र में खून बहना
- बुखार
- बवासीर
- सूजन पाचन तंत्र
- जोड़ों में कड़ापन
- मांसपेशियों में तकलीफ
गेस्ट्रोइंटेराइटिस के इलाज एवं जांच के लिए यह जानना जरूरी है कि आपको किस तरह का गैस्ट्रोइन्टेराइटिस है। इसके इलाज के लिए मरीज की विधियों में बॉडी चेकअप, ब्लड टेस्ट और स्टूल टेस्ट के माध्यम से परीक्षण किया जाता है।
गेस्ट्रोइंटेराइटिस से बचाव
इस समस्या से बचने के लिए घर का स्वच्छ खाना ही खाएं, बासी भोजन न खाएं। , दूषित पानी का प्रयोग कभी न करें। , भोजन बनाने और खाने से पहले हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। , पानी को अच्छे से उबाल कर ठंडा करके पिएं या वॉटर प्यूरिफायर का प्रयोग करें। , फल-सब्जियां सभी धोकर प्रयोग करें।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी क्या है?
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी पाचन तंत्र में बीमारियों के लिए एक शल्य चिकित्सा उपचार है। सर्जरी ट्यूमर या पथ के क्षतिग्रस्त हिस्से, जैसे आंत को हटा देती है। यह हर्निया जैसी अन्य चिकित्सीय समस्याओं को भी ठीक करता है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम के किस विभाग का इलाज सर्जरी से किया जाना चाहिए?
- अपेंडिसाइटिस
- विपुटीय रोग
- गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) और हाइटल हर्निया
- कोलन कैंसर और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर:
- पित्ताशय का रोग
- हरनिया
- गुदा का बाहर आ जाना
- सूजन आंत्र रोग (आईबीडी)
- वजन घटा
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